एतेषां शब्दानां रूपाणि नैव चलन्ति । एतेषां स्वरुपपरिवर्तनं चापि नैव भवति ।
अकस्मात् suddenly अचानक
अग्रतः in front of सामने से
अग्रे ahead आगे
अज्ञानतः out of ignorance अनजाने में
अन्तर् in, into भीतर
अतः therefore इसलीए
अतीव exceedingly अत्यधिक
अत्र here यहाँ
अद्य today आज
अधः below नीचे
अधुना now अब
अन्यत्र elsewhere दूसरी जगह
अपि also भी
अरे oh सम्बोधन हे
अलम् enough बस / रहने दो
अवश्यम् definitely अवश्य
आम् yes हाँ
इतः from here इधर से
इतःस्ततः here and there इधर उधर
इदानीम् just now अब
इव similar समान
इह here यहाँ
उच्चैः loudly जोर से
उभयतः from both sides दोनों तरफ
ऋते without बीना
एकत्र together एक जगह/ इक्ठठा
एकदा once एक बार
एव only ही / केवल
एवम् thus इस तरह
कति how many? कितना
कथम् how? कैसे
कथमपि somehow कैसे भी
कदा when? कब
कदाचित् anytime कभी भी
किञ्चित् little कुछ
किन्तु but परन्तु
किम् who, what, which क्या / कौन
किमर्थम् why किसलिए
किल् indeed निश्चय
कुतः from where कहाँ से
कुत्र where कहाँ
कुत्रचित् somewhere कहीं / कहाँ पर
केवलम् only केवल
क्वचित् in some place किस…
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें
अपने सुझाव, समाधान, प्रश्न अथवा टिप्पणी pramukh@sanskritjagat.com ईसंकेत पर भेजें ।